Dhamma Bodhi, Bodh Gaya
Dhamma Sambodhi
बोधगया में 2600 वर्ष पूर्व बोधि वृक्ष के नीचे तथागत को सम्बोधि प्राप्त हुई थी। धम्मबोधि विपश्यना ध्यान केंद्र, इस स्थान से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ये सारा क्षेत्र शुद्ध धर्म की तरंगों से आप्लावित है, जो विपश्यना साधना को पुष्ट करने में विशेष सहायक हैं । अत: अनेक पुराने साधकों की बार-बार यह मांग रही है कि गंभीर साधना के लिए बोधगया में विपश्यना दीर्घ शिविर केंद्र की स्थापना हो। इस बात को ध्यान में रखते हुए, बोधगया में विपश्यना दीर्घ शिविर केंद्र की योजना बनाई गई है। जिसके अनुसार धम्मबोधि विपश्यना केंद्र से जुड़े परिसर में, दीर्घ शिविर के लिए 8 एकड़ जमीन पर इस केंद्र का निर्माण आरंभ होने जा रहा है, जिसका मास्टर प्लान बन गया है। इस नए केंद्र में 100 साधकों के लिए विपश्यना दीर्घ शिविर करने हेतु सुविधा होगी। इस विपश्यना केंद्र का नाम "धम्म सम्बोधि" रखा गया है। धम्म सम्बोधि में 104 साधक निवास, 120 साधकों के लिए धर्म कक्ष, 120 शून्यगार का एक पगोडा, पुरुष एवं महिला आचार्य निवास, भोजन कक्ष, शिविर कार्यालय, स्टोर इत्यादि का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना में लगभग 20 करोड़ रुपये लगने का अनुमान है।
Tathagat attained enlightenment 2600 years ago under the Bodhi Tree at Bodhgaya. Dhamma Bodhi meditation centre is 4 kms away from this place. This entire area is engulfed with pure dhamma vibrations, which is very supportive in strengthening Vipassana practice. Hence, old students have been again and again requesting that a Long course centre be established in Bodhgaya. Keeping this in mind, it has been planned to have a long course center in Bodhgaya. On a land of 8 acres, this long course center will be constructed, for which master plan is complete. This center will have capacity for 100 students. This long course center has been given the name “ DHAMMA SAMBODHI”. Dhamma Sambodhi will have 104 student residences, a pagoda with 120 cells, male and female AT rooms, dining halls, course offices, store etc. Around Rs 20 Cr is the estimate of this entire project.